मंझावली पुल 2014 में शिलान्यास, 2018 में कार्य शुरू, जून 2021 तक पूरा होने की उम्मीद

फरीदाबाद  18 दिसंबर, 2020 : ग्रेटर नोएडा को फरीदाबाद से जोडऩे के लिए यमुना नदी पर बन रहे मंझावली पुल का फायदा अभी फरीदाबाद की जनता को नहीं मिलेगा।पीडब्ल्यूडी विभाग इसकी डेडलाइन जून 2021 बता रहा है लेकिन जो कार्य पिछले छह वर्ष में नहीं हुआ, वह छह महीने में कैसे पूरा होगा। मंझावली पुल का निर्माण कार्य वर्ष 2018 से शुरू हुआ लेकिन वर्तमान में धीमी गति से चल रहा है। 
जनता की उम्मीद के 6 बरस:  छ साल पहले 15 अगस्त 2014 में केन्द्रीय सडक़, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और केंद्रीय राज्यमंत्री एवं फरीदाबाद के सांसद कृष्ण पाल गुर्जर ने इस पुल के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था। उन्होंने 18 महीनें में पुल का कार्य पूरा होने का वायदा जनता से किया था। लेकिन छह साल होने को हैं, इस प्रोजेक्ट का काम पूरा नहीं हो पाया है। जबकि इसकी अंतिम डेडलाइन जून 2020 रखी गई थी। ऐसे में यह पुल फरीदाबाद के विकास के पहियों की रफ्तार में रोड़ा बना हुआ है।
 
मंझावली यमुना पुल की विशेषता : फरीदाबाद से ग्रेटर नोएडा की कनेक्टिविटी सुधारने के लिए 24 किलोमीटर लंबी परियोजना (मंझावली पुल) पर कार्य हो रहा है। इसके तहत गांव मंझावली में यमुना नदी पर फोर लेन पुल बनाया जाना है। वहीं, पुल से फरीदाबाद शहर को जोडऩे के लिए 20 किलोमीटर लंबी व यूपी की सीमा में लगभग 4 किलोमीटर लंबी सडक़ बनाई जानी है। पहले चरण में पुल का निर्माणकार्य होना था और दूसरे चरण में सडक़ें बनाई जानी थी।
 
कैसे और क्यूं हुई देरी  : 5 अगस्त 2014 में फोर लेन पुल की आधारशिला केन्द्रीय सडक़, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और केंद्रीय राज्यमंत्री एवं फरीदाबाद के सांसद कृष्ण पाल गुर्जर ने रखी थी। डिजाइन व एस्टिमेट आदि मंजूर होने के बाद लगभग 122 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 630 मीटर लंबे इस फोर लेन पुल का निर्माण शुरू हुआ। कई कारणों के चलते कार्य पूरा नहीं हो सका।बजट बढ़ाया गया जिसकी प्रक्रिया में काफी समय लग गया। इस वर्ष पहले लॉकडाउन और उसके बाद बरसात से यमुना का जल स्तर बढऩे से कार्य में कई महीने तक बाधा बनी रही।
 
आखिर मंझावली यमुना पुल कब तक होगा पूर्ण: पीडब्ल्यूडी के अनुसार मंझावली में यमुना नदी पर पुल का निर्माण तेजी से हो रहा है। यमुना के अंदर बने पिलर पर प्री कास्ट गार्डर रखने का कार्य किया जा रहा है। गार्डर रखने के बाद दूसरे कार्य शुरू होंगे। 2021 जून तक पुल का कार्य पूरा हो जाएगा। पुल बनने से फरीदाबाद व ग्रेटर नोएडा के बीच की दूरी लगभग 15 मिनट की रह जाएगी। पुल को जोडऩे वाली सडक़ के निर्माण को लेकर भी कवायत तेज है।
 
प्रखर समाजसेवी बाबा रामकेवल अनशनकारी अक्सर मंझावली पुल का समय समय पर दौरा करते रहते हैं। बाबा हमेशा जनमानस से जुडी योजनाओं -परियोजनाओं में देरी होने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हैं और सम्बंधित विभाग के अधिकारियों को उनका कर्तव्य बोध कराते रहते हैं। बाबा विगत दो दशक से केंद्र एवं राज्य की सरकारों पर जनहित के कार्यों को जल्द से जल्द करवाने के लिए सत्याग्रह, धरने-प्रदर्शन, अनशन के माध्यम से दबाव बनाते रहते हैं इसी कारण से सत्तापक्ष के लोग उन्हें पसंद नहीं करते जबकि दिन प्रतिदिन जनता में बाबा की लोकप्रियता बढ़ती रहती है।