फरीदाबाद. 18 Dec : हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा सालों पहले अधिगृहीत की गई अजरौंदा व दौलताबाद गांव की जमीन पर आज भी काफी ग्रामीणों ने कब्जा किया हुआ है, जबकि प्राधिकरण द्वारा इन गांव की जमीन पर सेक्टर-20ए और 20बी काटे चुके हैं। इस मामले में अहम बात यह भी सामने आ रही है कि कब्जा करने वाले अब बढ़े हुए मुआवजे के लिए दावा कर रहे हैं। मतलब दो तरफा लाभ लेने की जुगत में हैं। आरोप है कि इस बात की जानकारी हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की सर्वे शाखा के अधिकारियों को है, लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है। मिलीभगत का भी आरोप लगाया जा रहा है। शुक्रवार को सेक्टर-20ए स्थित सरपंच कालोनी निवासी अजय सैनी ने इस तरह के आरोप लगाकर एक शिकायत प्राधिकरण के प्रशासक प्रदीप दहिया को दी है। दहिया ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है। अजय सैनी के अनुसार हाईकोर्ट के स्टे में ही काफी अवैध निर्माण किए हुए हैं। यहां दुकान व मकान बना लिए गए हैं। लोग कब्जा कर लाखों रुपये किराया कमा रहे हैं। वह इसकी शिकायत काफी समय से कर रहे हैं। सीएम विंडो पर शिकायतें दी हैं। प्राधिकरण में ढेरों आरटीआइ लगाई हैं। अधिकारियों पर जुर्माना भी किया गया है, इसके बावजूद कब्जे नहीं हटाए जा सकें हैं। उन्होंने बताया कि कब्जाधारक प्रभावशाली हैं और इन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने बताया कि काफी लोग ऐसे हैं जो अब बढ़े हुए मुआवजा लेने की फिराक में हैं। ऐसे लोग निशानदेही के खिलाफ भी हैं। बता दें निशानदेही ही इसी शक के आधार पर कराई जा रही है कि कहीं ग्रामीणों ने अधिगृहीत जमीन पर कब्जा तो नहीं किया हुआ। जो कब्जाधारक होंगे, उन्हें बढ़ा हुआ मुआवजा न देने के आदेश हैं। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के प्रशासक प्रदीप दहिया ने बताया कि हम निशानदेही की रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहे हैं। राजस्व विभाग जल्द यह रिपोर्ट सौंप देगा। इसके बाद इस मामले की जांच कराई जाएगी। यदि दोनों सेक्टरों में कब्जे हैं, तो उन्हें हटवाया जाएगा और कब्जाधारकों के खिलाफ कार्रवाई होगी। एक भी कब्जाधारक को बढ़ा हुआ मुआवजा नहीं दिया जाएगा।