फरीदाबाद, 19 दिसम्बर । नौकरी से निकाले गए 816 कला अध्यापकों ने शनिवार को हरियाणा के परिवहन एवं खनन मंत्री पं. मूलचंद शर्मा से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा और सरकार से उन्हें नौकरी पर बहाल किए जाने की मांग रखी। सेक्टर-10 स्थित कार्यालय में पहुंचे कला अध्यापकों ने ज्ञापन के माध्यम से कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा को बताया कि वर्ष 2010 में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने शिक्षा विभाग हरियाणा मेें 816 कला अध्यापकों की नियुक्ति की गई थी। उच्च न्यायालय ने उनकी भर्ती को रद्द कर दिया और 14 दिसंबर, 2020 को सुप्रीमकोर्ट ने उनकी अपील को खारिज कर दिया। उन्होंने बताया कि उनकी भर्ती मेें कोई दोष नहीं है और न ही कोई चयनित उम्मीदवार दोषी है, सभी चयनित 40 वर्ष की आयु से अधिक होने के कारण कहीं भी नौकरी के लिए अप्लाई नहीं कर सकते, ऐसे में 816 परिवारों की रोजी रोटी व उनके बच्चों का पालन-पोषण खतरे में है। सभी 816 परिवार अब सरकार के रहमो-करम पर ही निर्भर है। उन्होंने सरकार से अपील की क 816 परिवारों की रोजी रोटी व बच्चों के भविष्य को देखते हुए सरकार अपनी शक्तियों का प्रयोग कर हमारी सेवाएं निरंतर जारी रखे। कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने सभी अध्यापकों को विश्वास दिलाया कि वह इस बाबत मुख्यमंत्री के समक्ष उनकी इस मांग को रखेंगे और उन्हें राहत देने का पूरा प्रयास करेंगे। इस अवसर पर गिर्राज सिंह, संजय कुमार, महेंद्र, रजनी सिंह, मिनाक्षी, पूनम रानी, सुरेश बाला, कमलेश, धर्मेन्द्र, योगिन्द्र, कैलाश सहित अनेकों कला अध्यापक मौजूद थे।