45 सालों में पहले प्रयास को मिली सफलता, चंद्रमा से सैंपल लेकर लौटा चीनी अंतरिक्षयान

बीजिंग। चीन का अंतरिक्षयान ‘चांग ई-5 प्रोब’ चंद्रमा की सतह से अपने साथ 1,731 ग्राम नमूना लाया है। चीनी अंतरिक्ष एजेंसी ने शनिवार को यह जानकारी दी। यह अंतरिक्षयान बुधवार को सफलतापूर्वक धरती पर लौटा था। चीनी अंतरिक्ष एजेंसी चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (सीएनएसए) के अनुसार, चंद्रमा की सतह से लाए गए नमूनों को रिसर्च टीमों को सौंप दिया गया है। वैज्ञानिक नमूनों को लेकर शोध और विश्लेषण करेंगे। चीन ने चंद्रमा की सतह से पहली बार नमूने एकत्र किए हैं। इससे पहले वर्ष 1976 में सोवियत संघ का लूना-24 अंतरिक्ष यान चंद्रमा की सतहों के नमूने लेकर धरती पर लौटा था।

चांग ई-5 प्रोब मंगोलिया स्वायत्त क्षेत्र में बुधवार देर रात उतरा था। यह यान गत एक दिसंबर को चंद्रमा की सतह पर पहुंचा था। उसने चांद की सतह में करीब दो मीटर छेद कर नमूने एकत्र किए थे। इस तरह का प्रयास करीब 45 वर्षो में पहली बार किया गया। चांग ई-5 चांद की सतह पर पहुंचने वाला चीन का तीसरा यान है। यह चीन के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष कार्यक्रम की कड़ी का हालिया अभियान है। इससे पहले भेजा गया चांग ई-4 चंद्रमा के सुदूरवर्ती क्षेत्र में पहुंचने वाला पहला यान था।

चीन के नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिये यह जानकारी दी थी कि चांग-5 अंतरिक्ष यान करीब 22 मिनट तक चार इंजनों को चालू करके रविवार सुबह चंद्रमा की कक्षा से निकला। यह यान इस महीने की शुरुआत में चांद पर पहुंचा था और उसने करीब दो किलोग्राम नमूने एकत्र किए। कैप्सूल के तीन दिन की यात्रा के बाद इनर मंगोलिया क्षेत्र में उतरने की संभावना है। चांग-5 चीन के अंतरिक्ष विज्ञान के इतिहास का सबसे अधिक जटिल एवं चुनौतीपूर्ण अभियान है। चांग-5 में एक ऑर्बिटर, एक लैंडर, एक एसेंडर और एक रिटर्नर मौजूद था जो 24 नवंबर को रवाना किया गया। हाल के कुछ सालों में चीन सशक्‍त तरीके से उभरा है। वर्तमान में यह अपने बल पर स्‍पेस स्‍टेशन का निर्माण कर रहा है। चांग-5 चांद की सतह पर लैंड करने वाला तीसरा चीनी अंतरिक्षयान है।