पीएम किसान योजना की किश्त जारी करके किसानों से बातचीत कर रहे प्रधानमंत्री मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) के तहत मिलने वाले वित्तीय लाभ की किस्त जारी कर दी है। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक बटन दबाकर नौ करोड़ से अधिक किसान लाभार्थियों के खातों में 18 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किया। फिलहाल वह छह राज्यों के किसानों के साथ संवाद कर रहे हैं।

– पीएम मोदी के साथ बातचीत के दौरान ओडिशा के किसान नवीन ने कहा, ‘मैंने 2019 में किसान क्रेडिट कार्ड प्राप्त किया। मुझे बिचौलियों से 20 प्रतिशत की तुलना में मात्र 4 प्रतिशत ब्याज पर बैंक से 27,000 रुपये की राशि का ऋण मिला। 

– पीएम मोदी ने ओडिशा के एक किसान से कहा, ‘मैं आपसे किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड और इसके विभिन्न लाभों के बारे में बताने का आग्रह करता हूं, जिसमें कम ब्याज दर पर ऋण की उपलब्धता शामिल है।’

– केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा, ‘पंजाब सहित थोड़े से कुछ किसान भाई-बहनों के मन में नए कानूनों को लेकर भ्रम पैदा हुआ है। मैं उनको आग्रह करता हूं कि वो इस आंदोलन को त्याग कर सरकार के वार्ता के निमंत्रण पर आएं। मुझे आशा है कि किसान नए कानून के मर्म और महत्व को समझेंगे और हम समाधान की ओर अग्रसर होंगे।’

– केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा, ‘मैं प्रदर्शनकारी किसानों से अपील करता हूं कि वे अपना विरोध खत्म करें और सरकार से बातचीत करें। मुझे उम्मीद है कि वे नए कृषि कानूनों के महत्व को समझेंगे, और इस मुद्दे को जल्द ही हल किया जाएगा।

– केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी जल्द ही 9 करोड़ से अधिक किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 18,000 करोड़ रुपये जारी करेंगे। आज, हम विश्वास के साथ कह सकते हैं कि पूरी राशि सीधे किसानों के खातों में पहुंच जाएगी।

किसान अनुभव साझा करेंगे

प्रधानमंत्री के साथ संवाद के दौरान किसान पीएम-किसान और केंद्र सरकार की अन्य कृषि कल्याण की योजनाओं को लेकर अपने अनुभव साझा करेंगे। गौरतलब है कि पीएम-किसान योजना के तहत हर साल तीन किस्तों में दो हजार रुपये की राशि सीधे किसान के बैंक खातों में भेजी जाती है।

किसानों का प्रदर्शन

यह कार्यक्रम ऐसे समय हो रहा है जब दिल्ली की सीमाओं पर किसान नए कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार का दावा है कि ये तीनों कानून किसानों के हित में हैं। वह बातचीत के माध्यम से विवाद निपटाना चाहती है। दोनों के बीच कई दौर की बातचीत भी हुई है, लेकिन कोई नतीजा नहींं निकला है। सरकार बातचीत के रास्ते बंद नहीं करना चाहती है। इसीलिए सरकार की ओर से गुरुवार को फिर किसान संगठनों को वार्ता के लिए बुलावा भेजा गया।

संबोधन में हिस्सा लेंगे भाजपा नेता

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के सभी सांसदों, विधायकों और जनप्रतिनिधियों से कहा है कि वे 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसानों के दिए जाने वाले संबोधन में हिस्सा लें। इस संबंध में पार्टी के सभी जन प्रतिनिधियों और पार्टी संगठन के सभी प्रदेश अध्यक्षों और वरिष्ठ नेताओं को पत्र भेजा गया है।

गौशाला में मौजूद हैं शाह

इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दक्षिण दिल्ली के वसंत कुंज के किशनगढ़ स्थित गौशाला में मौजूद हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी असम के सिलचर में किसानों के साथ पीएम की बातचीत सुनेंगे, जबकि केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल, उत्तर प्रदेश के हापुड़ में होंगे। केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी अपने निर्वाचन क्षेत्र अमेठी में होंगी पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ओडिशा के जगतसिंहपुर में होंगे। जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के जैसलमेर में होने की उम्मीद है। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद पटना से कार्यक्रम सुनेंगे। केंद्रीय मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वी के सिंह अपने संसदीय क्षेत्र गाजियाबाद में होंगे।