फरीदाबाद। आज अन्नपूर्णा जयंती के अवसर पर श्री सिद्धदाता आश्रम में विशेष पूजन किया गया। इस अवसर पर आश्रम के अधिष्ठाता श्रीमद जगदगुरु स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने मां अन्नपूर्णा का पूजन किया।
उन्होंने कहा कि मां अन्नपूर्णा ही हम सभी प्राणी मात्र के लिए भोजन का प्रबन्ध करती हैं। जो कि जीवन के लिए विशेष रूप से आवश्यक है। शास्त्रों ने भी इसकी वन्दना की है। वह शंकरजी की प्राण प्रिया हैं। शास्त्रों में भी अन्न दान का विशेष महत्व बताया गया है। जिनके प्रति हमारा धन्यवाद आवश्यक है। स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने माता अन्नपूर्णा की पूजा कर सदा ही भंडार भरे रहने की प्रार्थना की।
गौरतलब है कि श्री सिद्धदाता आश्रम में भोजन प्रसाद की विशेष व्यवस्था रहती है। यहां आने वाले भक्तों को दोनों समय का भोजन मिलता है। कोरोना काल में आश्रम की ओर से लाखों की संख्या में जरूरतमंदों को भोजन करवाने वाले श्री सिद्धदाता आश्रम की शासन प्रशासन ने भी अनेक बार प्रशंसा की है।
इस अवसर पर जगदगुरु स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने बताया कि अन्नदान का भी विशेष महत्व है। अन्नदान करने वाले के दस पूर्वज और दस वंशज सहित वह स्वयं मुक्त हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि आश्रम की अन्नपूर्णा रसोई इस कार्य को स्थापना काल से ही संपन्न कर रही है।