अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है बल्लभगढ़ शहर सिटी पार्क

Faridabad, 4 Janaury। बल्लभगढ़ शहर का एकमात्र सबसे बड़ा पार्क सिटी पार्क इन दिनों अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। इस पार्क को स्व. वैज्ञानिक कल्पना चावला का नाम दिया गया था ताकि इस पार्क को एक मिसाल बनाया जा सके और यहां आने जाने वाले लोग के लिए यह एक अच्छी जगह साबित हो, लेकिन फिलहाल इस पार्क में व्याप्त असुविधाओं के चलते यह पार्क कूड़े के ढेर और जुआरियों के अड्डे का केंद्र बना हुआ है। इस पार्क में यूं तो काफी सालों पहले फव्वारे लगाए हुए हैं लेकिन 10-15 साल हो गए हैं, यह फव्वारे आज तक चालू नहीं हुए हैं और काफी जर्जर अवस्था में है ना ही इनके रखरखाव किया जाता है, जिसके चलते यह जर्जर हो गए है। यही नहीं सरकार द्वारा इस पार्क में यहां पर आने वालों के लिए सार्वजनिक लाइब्रेरी बनाई हुई थी, जिसका उद्घाटन तत्कालीन विधायक राजेंद्र सिंह बैंसला द्वारा किया गया था जो मौजूदा समय में एक पेशाब घर बना हुआ है और काफी जर्जर अवस्था में है। पार्क में कोई भी चौकीदार की व्यवस्था नहीं है, कई बार पार्क के अंदर रात्रि के समय मर्डर भी हो चुके हैं लेकिन फिर भी यहां की पुलिस प्रशासन द्वारा कोई भी सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई। समाजसेवी सुरेश मित्तल, वेद प्रकाश मंगला, वेद प्रकाश गर्ग, राजेंद्र जैन, सेवाराम वर्मा, मनोज गोयल द्वारा इस पार्क के रखरखाव के लिए कई बार यहां की जिला प्रशासन और विधायक और मंत्री मूलचंद शर्मा से भी इस बारे में शिकायत भी की जा चुकी है, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। कल्पना चावला संघर्ष समिति के प्रधान सेवाराम वर्मा ने बताया कि सरकार द्वारा वह नगर निगम द्वारा कोई भी चौकीदार इस पार्क के लिए नियुक्त नहीं किया गया है, जिसके चलते आए दिन यहां पर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा बना रहता है। साथ ही साथ यहां के आने वाले नागरिकों ने बताया कि यहां पर लव बड्र्स घूमते देखे गए हैं जो यहां पर अश्लील हरकतें करते हुए नजर आते हैं जो काफी अराजकता का माहौल पैदा करते हैं। इतना ही नहीं यहां पर आए दिन जुआ खेलते हुए लोग भी पकड़े गए हैं लेकिन उन पर कोई भी रोक नहीं लगी गई है अगर कोई व्यक्ति इन लोगों को यहां पर आने से मना करता है और जुआ खेलने से मना करता है तो यह उनसे लड़ाई कर देते हैं, जिसके चलते इस पार्क की व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है। सरकार द्वारा पार्क में रेन बसेरा भी बनाया हुआ है लेकिन उसकी हालत में काफी जर्जर अवस्था में है। सरकार द्वारा बारिश के पानी को इक_ा करने के लिए इस पार्क में हजारों रुपए की लागत से दो रेन हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया गया था लेकिन वह भी जर्जर अवस्था में है और ना ही वह है वह सिस्टम चालू है। समाजसेवी मनोज कुमार, सेवा राम वर्मा ने बताया कि शहर में अवैध रूप से नशे की पुडिय़ा भी देखी जा रही है और यह नशा सुलोचन टाइप का नशा होता है जो मलेरना रोड पर कई दुकानों पर देखा जा रहा है, जो युवाओं की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं और यह नशा खुलेआम बिक रहा है। पुलिस प्रशासन की ओर कोई भी कंट्रोल नहीं है यह दुकान पंजाबी धर्मशाला नियर है। पार्क में हरी भरी घास भी नहीं है गंदगी और अव्यवस्था को देखते हुए यहां पर लोग आने से कतरा भी रहे हैं। उनका कहना है कि एक तरफफरीदाबाद जिले में एक तरफ तो टाउन पार्क है एक बल्लभगढ़ शहर का सिटी पार्क है, जो अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। टाऊन पार्क सरकार द्वारा बढिय़ा बनाया हुआ है लेकिन बल्लभगढ़ शहर के इकलौते सिटी पार्क की ओर जिला प्रशासन सरकार द्वारा कोई भी विकास कार्य नहीं किए जाते हैं काफी जर्जर अवस्था में है और ना ही इसमें कोई भी विकास कार्य होते हैं पार्क के बाहर अगर कोई अपनी बाइक या स्कूटी पार कर लेता है कई बार सिक्योरिटी गार्ड चौकीदार ना होने की वजह से कईयों को अपने वाहनों से भी हाथ धोना पड़ रहा है वह चोरी हो जाती हैं।