मुख्यमंत्री उड़नदस्ता फरीदाबाद द्वारा जिला पलवल के होडल में बिना वैध डिग्री के अवैध रूप से क्लीनिक में हो रहा था बालकों के जीवन से खिलवाड़- मिले स्टिरॉयड

मुख्यमंत्री उड़नदस्ता फरीदाबाद द्वारा जिला पलवल के होडल में बिना वैध डिग्री के अवैध रूप से क्लीनिक में हो रहा था बालकों के जीवन से खिलवाड़- मिले स्टिरॉयड

फरीदाबाद

दिनांक 13.03.2023 को मुख्यमंत्री उड़न दस्ता फरीदाबाद को सूचना प्राप्त हुई थी जिला पलवल के होडल में होडल बस स्टैंड के पास राहुल क्लीनिक नाम से 7/8 बेड का अस्पताल चलाया जा रहा है। इस अस्पताल में बतौर डॉक्टर ईलाज करने वाले व्यक्ति के पास लोगो का ईलाज करने व अस्पताल चलाने की कोई वैध डिग्री नही है। डॉक्टर द्वारा छोटे *बच्चों को स्ट्रेराइड जैसी घातक दवाई* दी जाती है जो एक बार तो मरीज को ठीक कर देती है लेकिन बाद में भारी नुकसान करती है। यदि सम्बंधित विभाग के अधिकारियों के साथ अचानक चेकिंग की जाए तो फर्जी डॉक्टर का खुलासा हो सकता है।

इस सूचना के आधार पर श्री जगदीश निरीक्षक, सतबीर सिंह उप निरीक्षक, ASI शिवकुमार व प्रभुदयाल द्वारा डॉ अक्षय जैन मेडिकल ऑफिसर सिविल अस्पताल पलवल, डॉ संदीप गहलांन ड्रगस कंट्रोल अधिकारी फरीदाबाद व स्थानीय पुलिस के साथ राहुल क्लीनिक होडल का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान राहुल क्लीनिक में एक व्यक्ति लोगो का ईलाज करता हुआ मिला जिससे पूछताछ की जिसने अपना नाम अमर सिंह निवासी गांव भिडूकी हाल तुलाराम कॉलोनी होडल पलवल बतलाया। मौका पर क्लीनिक में करीब 10/15 मरीज ईलाज कराने के लिए बैठे हुए थे। अस्पताल में 7/8 बेड रखे हुए थे, जिन पर मरीजो का इलाज हो रहा था। निरीक्षण के दौरान क्लीनिक के बाहर लगे बोर्ड पर राहुल क्लीनिक नवजात शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ रजिस्ट्रेशन नंबर 22406, मोबाइल नंबर 98023 24540 लिखा हुआ मिला। बतौर डॉक्टर कार्य कर रहे अमर सिंह से ईलाज करने के लिए वैध डिग्री व अस्पताल चलाने सम्बंधित दस्तावेज पेश करने को कहा लेकिन मौका पर कोई वैध दस्तावेज या डिग्री पेश नही कर सका। अमर सिंह ने बतलाया कि वह 12 तक पढ़ा लिखा है उसने पलवल में बच्चों के अस्पताल, राहुल व डायमंड अस्पताल में काफी दिनों काम किया है। जिसके आधार पर वह बच्चों व बड़ो का इलाज करता है लेकिन उसने ना तो डाक्टरी पढ़ाई की है ना ही उसके पास कोई वैध डिग्री है। उसके द्वारा राहुल क्लीनिक व बोर्ड पर लिखे रजिस्ट्रेशन सम्बंधित भी कोई दस्तावेज नही है। मौका पर काफी मात्रा में अंग्रेजी दवाइयां, ईलाज करने के उपकरण व अन्य *स्टेरॉयड दवाये* मिली हैं जिनका प्रयोग बच्चों के इलाज में किया जा रहा था। इस प्रकार अमर सिंह उपरोक्त द्वारा बिना वैध डिग्री के बच्चों को गलत तरीके से इलाज करने फर्जी रजिस्ट्रेशन प्रयोग करने व अन्य दवाओं को अपने पास रखने पर डॉ अक्षत जैन की शिकायत पर थाना होडल पलवल में अभियोग अंकित किया जा रहा है।