नई दिल्ली। अगले वित्त वर्ष के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था में 8.9 प्रतिशत की दर से वृद्धि होगी। आईएचएस मार्किट ने शुक्रवार को कहा है कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर, 2020) के दौरान आर्थिक गतिविधियों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। ऐसे में इस वर्ष अप्रैल से शुरू हो रहे वित्त वर्ष के दौरान इकोनॉमी में तेज उछाल स्वाभाविक है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने गुरुवार को जारी आंकड़ों में चालू वित्त वर्ष के लिए इकोनॉमी में 7.7 फीसद गिरावट का अनुमान लगाया था।
आइएचएस मार्किट के मुताबिक बीते दिसंबर में खत्म वर्ष के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था में बड़ी मंदी दर्ज की गई। इसमें सबसे अधिक गिरावट मार्च-अगस्त अवधि के दौरान दिखी। हालांकि सितंबर से आर्थिक गतिविधियों में तेज सुधार दर्ज किया गया है। उल्लेखनीय है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून, 2020 के दौरान इकोनॉमी में 23.9 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आई। हालांकि जुलाई-सितंबर की तिमाही में इकोनॉमी की गिरावट 7.5 प्रतिशत पर सिमट गई।
एजेंसी के मुताबिक अक्टूबर-दिसंबर, 2020 के दौरान देश का औद्योगिक उत्पादन और उपभोग पर खर्च खासा सुधरा है। अक्टूबर में सालाना आधार पर औद्योगिक उत्पादन 3.6 प्रतिशत बढ़ा जबकि अप्रैल, 2020 के दौरान इसमें 55.5 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आई थी।
उद्योगों से मिल रही सुधार की झलक