फरीदाबाद, 9 जनवरी। दिल्ली के पूर्व मंत्री योगानन्द शास्त्री ने कहा है कि शहीद राजा नाहर सिंह के बलिदान दिवस को भुलाया नहीं जा सकता। उनके जीवन से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने हरियाणा सरकार के उस फैसले की भी घोर निंदा की जिसमें राजा नाहर सिंह के शहर बल्लभगढ़ का नाम श्री बलरामढ़ किया था, जोकि 8 दिन के बाद पुन: बल्लभगढ़ कर दिया गया। साथ ही सरकार ने 27 शहरों के नाम बदले है उसी तर्ज पर पुन: बल्लभगढ़ का नाम बदलकर बलरामगढ़ किया जाए। श्री शास्त्री शनिवार को सेक्टर-3 स्थित राजा नाहर सिंह महल में शहीद राजा नाहर सिंह के 163वें बलिदान दिवस पर उनके परपौत्र राजकुमार तेवतिया द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम का आयोजन अनिल तेवतिया द्वारा किया गया। इस अवसर पर आए हुए सभी अतिथियों ने राजा नाहर सिंह के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। श्री शास्त्री ने राजा नाहर सिंह की जीवनी पर प्रकाश डाला और उपस्थितजनों को उनके बताए हुए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि शहीद राजा नाहर सिंह एक बहादुर योद्धा थे और अंग्रेज उन्हें आयरन गेट के नाम से पुकारते थे। राजा नाहर सिंह को अंग्रेजों ने धोखे से गिरफ्तार करके दिल्ली के चांदनी चौक पर लाल कुंआ पर फांसी के फंदे पर लटका दिया था। उन्होंने कहा कि राजा नाहर सिंह व उनके सहयोगियों ने मौत को हंसते-हंसते हुए गले लगाया था और आज हम जो आजादी की खुली हवा में सांस ले रहे है, वह नाहर सिंह जैसे योद्धाओं की बदौलत ही है। वहीं कृषि विधेयक कानून पर बोलते हुए श्री शास्त्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह को किसान के बीच में जाकर उनकी बातों को ध्यानपूर्वक सुनना उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए। इस मौके पर वरिष्ठ नेता प्रदीप जेलदार एवं राजा परपौत्र राजकुमार तेवतिया ने शहीद राजा नाहर सिंह के बलिदान दिवस पर उनकी कुर्बानियों को याद करते हुए कहा कि राजा नाहर सिंह ने 1857 की क्रांति में अहम भूमिका निभाकर अपने प्राणों की शहादत देकर देश को आजाद कराने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने किसानों की आय दुगनी करने के बारे में कहा कि वह खाद, बीज, पानी, बिजली फ्री कर दो। इतना क्लेश करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि शहीद देश की धरोहर होती है और हमारी युवा पीढ़ी को राजा नाहर सिंह जैसे महान योद्धाओं की वीरगाथाओं से प्रेरणा लेकर देश व समाजहित में कार्य करने का संकल्प करना चाहिए। इस अवसर पर फरीदाबाद के पूर्व विधायक आनन्द कौशिक, विनोद कौशिक, सतबीर सरपंच, जीत सिंह गिल, शेर सिंह मोदी, शंकर नागर, रणबीर, मांगेराम मछगर, बाबू जाजरू, योगेश, हरिराम पीटीआई, किशन सरपंच, प्रमोद दीक्षित, विकास शर्मा, गजेन्द्र चौधरी, सुशांत शर्मा सहित अनेकों गणमान्य लोग मौजूद थे।