फरीदाबाद, 13 जनवरी । फरीदाबाद नगर निगम जल्द ही बड़े बकायेदारों के खिलाफ बकाया वसूली के लिए अभियान चलाएगा। फरीदाबाद नगर निगम केे आयुक्त यशपाल यादव ने नगर निगम को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए बकाया करों की वसूली करने के अभियान को तेज करने के निर्देश निगम के कराधान विभाग को दिये हैं। बुधवार को कराधान विभाग के अधिकारियों की एक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अकेले सम्पत्ति कर मद में बकाया लगभग 272 करोड़ रूपये की राशि में से 218 करोड़ रूपये से अधिक की राशि लगभग 9400 बड़े बकायेदारों के विरूद्ध बकाया पड़ी हुई है और दूसरी ओर निगम प्रषासन को अपनी कमजोर वित्तीय स्थिति के कारण शहरवासियों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने में अत्यधिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने निर्देश दिये कि सरकार की ब्याज माफी जैसी उदार योजनाओं के बावजूद जो बड़े बकायादार अपना बकाया सम्पत्ति कर जमा नहीं कर रहे है उन्हें अब और अधिक बर्दाश्त न किया जाये और ऐसे सभी बड़े डिफाल्टरों के मकानों, औद्योगिक इकाईयों, वाणिज्यि संस्थानों को सील करने, उनके पानी व सीवरेज के कनेक्शन काटने के साथ-साथ इनकी कुर्की कार्रवाई भी अमल में लाई जाए। निगमायुक्त ने बताया कि हरियाणा सरकार, शहरी स्थानीय निकाय विभाग की नीति के अनुसार वर्ष 2020-21 के सम्पत्ति कर की राशि जमा करने पर 10 प्रतिशत की छूट देने के साथ-साथ जिन संपत्ति करदाताओं ने पिछले तीन सालों में प्रत्येक वर्ष अपना संपत्ति कर निर्धारित तिथि 31 जुलाई से पहले-पहले जमा करवाया है उन्हें 10 प्रतिशत अतिरिक्त छूट देने, वर्ष 2010-11 से लेकर वर्ष 2016-17 तक के बकाया मूल संपत्ति कर पर 25 प्रतिशत की छूट देने और एकमुश्त बकाया संपत्ति कर की अदायगी करने पर संपूर्ण ब्याज की राशि माफ किए जाने का प्रावधान किया गया है, लेकिन यह सभी छूट आगामी 31 मार्च तक अपना सम्पत्ति कर जमा करने वाले करदाताओं को ही प्राप्त होगी।