नाबालिग को पुलिस ने परिजनों तक पहुंचाया, कमिश्रर ने किया सम्मानित

 

फरीदाबाद, 15 जनवरी । पुलिस चौकी सेक्टर 19 प्रभारी उप-निरीक्षक कैलाश ने जिंदादिली की मिसाल पेश करते हुए मानसिक रूप से बीमार चल रही 12 वर्षीय युवती को गाड़ी भेजकर उसके परिजनों के पास आगरा पहुंचाया है। दरअसल 13 जनवरी 2021 को चौकी प्रभारी अपनी टीम के साथ थाना क्षेत्र में गश्त कर रहे थे कि बडख़ल चौक के पास  पेट्रोल पंप पर उन्हें एक छोटी लडक़ी दिखाई दी जोकि अजमेर जाने का रास्ता पूछ रही थी। उप-निरीक्षक कैलाश ने लडक़ी से उसके और उसके परिजनों के बारे में पूछा तो उसने बताया कि उसका नाम ज्योति (बदला हुआ नाम) है। वह आगरा के जवाहर पुरम कॉलोनी की रहने वाली है और अजमेर जाना चाहती है। लडक़ी के हाव-भाव और बात करने के तरीके से पुलिस टीम को लगा कि वह मानसिक रूप से बीमार है। चौकी प्रभारी ने लडक़ी से उनके परिजनों का फोन नंबर पूछा परंतु वह इसे बताने में असमर्थ थी। चौकी प्रभारी कैलाश को लगा कि यदि लडक़ी को उसके परिजनों के पास नहीं पहुंचाया गया तो उसके साथ किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना घटित हो सकती है इसलिए अति शीघ्र इसे अपने परिजनों के पास पहुंचाना चाहिए। लडक़ी की मदद करने के उद्देश्य से उन्होंने इंटरनेट से नंबर निकालकर आगरा के कई पुलिस थानों में संपर्क करके संबंधित पुलिस थाने से उसके परिजनों का पता लगवाया। लडक़ी के परिजनों से बात करके पता चला कि लडक़ी के पिता की मृत्यु हो चुकी है और लडक़ी की मां आर्थिक तंगी के चलते उसे लेने फरीदाबाद नहीं आ सकती थी। लडक़ी को सुरक्षित उसके परिजनों के पास पहुंचाया जा सके इसलिए चौकी प्रभारी कैलाश ने कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के पश्चात महिला पुलिसकर्मी सहित तीन पुलिसकर्मियों को लडक़ी के साथ भेजकर उसके घर तक पहुंचाया। लडक़ी के परिजन लडक़ी को वापस पाकर बहुत खुश हुए और उन्होंने पूरी पुलिस टीम को तहे दिल से धन्यवाद दिया और कहा कि यदि वह नहीं होते तो उनकी लडक़ी के साथ कोई भी अप्रिय घटना घटित हो सकती थी परंतु पुलिस ने सक्रिय रूप से कार्य करते हुए उनकी लडक़ी को सुरक्षित उन तक पहुंचा दिया। पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने चौकी प्रभारी व उनकी टीम की हौसला अफजाई करते हुए उन्हें प्रथम श्रेणी प्रशंसा पत्र प्रदान किया और भविष्य में इसी प्रकार लोगों की मदद करते रहने के लिए प्रेरित किया।