जय जवान-जय किसान की नीति को क्रियान्वियत करने में जुटी भाजपा सरकार : कृष्णपाल गुर्जर

फरीदाबाद, 19 जनवरी । केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा है कि शहीदों की चिताओं पर हर वर्ष लगेंगे मेले, बस एक यहीं निशा बाकी होगा। देश में भाजपा सरकार जय जवान, जय किसान की नीति को क्रियान्वित करने का काम कर रही है। श्री गुर्जर मंगलवार को तिगांव की अधाना पट्टी में शहीद विरेन्द्र सिंह के मूर्ति के अनावरण अवसर पर उपस्थितजनों को सम्बोधित कर रहे थे। केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल ने तिगांव में 40 लाख रुपये की धनराशि की लागत से सामुदायिक भवन और 10 लाख रुपये की धनराशि की लागत से बनाई गई चौपाल का उद्घाटन/लोकार्पण भी किया। उन्होंने कहा कि देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में सरकार हर वर्ग के हित में अनेक जनहितैषी कार्य करके एक मिसाल कायम कर रही है। केन्द्रीय राज्य मंत्री चौधरी कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि सच को प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती। भारतीय जनता पार्टी की सरकार के पिछले 6 सालों के कार्यकाल के विकास कार्य और कांग्रेस पार्टी के 54 सालों के विकास कार्यों की तुलना में भारी पड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की विश्व में अलग पहचान बनाई है। आज देश का खजाना और देश की सीमाएं सुरक्षित है। देश के जवान और किसान अपने आप में गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। भाजपा सरकार के कार्यकाल में ही देश के सैनिक शहीद होने पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अन्तिम संस्कार करने का काम किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वन रैंक वन पेंशन नीति बनाकर उसे क्रियान्वित किया। केंद्रीय राज्य मंत्री चौधरी कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि तीनों कृषि विधेयक किसानों के हक में हैं। ये विधेयक किसान की आय दोगुनी होने में कारगर सिद्ध होंगे। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने डॉ. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार किसानों की आय को दोगुना करने के लिए अनेक प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने बिचौलियों को खत्म करके सीधा काम करने का काम किया है। इस दौरान केन्द्रीय राज्य मंत्री चौधरी कृष्णपाल गुर्जर ने शहीद विरेन्द्र सिंह पत्नी उमेश देवी और स्वतंत्रता सेनानी सुखपाल की धर्मपत्नी जग्गा देवी को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर चौधरी रुपसिंह नागर, बीजेपी महिला जिला अध्यक्ष राजबाला सरदाना, वाईस चैयरमैन जगदीश अधाना, रींकू सरपंच, पप्पू सरपंच, देवेंद्र सरपंच बदरौला, राकेश शर्मा सरपंच मंझावली, अशोक सरपंच मधावली, सन्जु चपराना, दुष्यंत नागर, डीपी नागर आदि मौजूद थे।