नई दिल्ली। अगर आपका मतदाता पहचान पत्र (वोटर आईडी) खो गया है तो अब आपको इस डॉक्युमेंट की डुप्लिकेट कॉपी प्राप्त करने के लिए दफ्तरों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। निर्वाचन आयोग सोमवार से e-EPIC की सुविधा शुरू करने जा रहा है। इसका मतलब है कि आप घर बैठे अपने वोटर आईडी की पीडीएफ कॉपी डाउनलोड कर पाएंगे। नेशनल वोटर्स डे पर केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद इस सुविधा की शुरुआत करेंगे। इस सुविधा को लांच किए जाने के बाद आप बिना किसी झंझट के अपने मोबाइल फोन या पर्सनल कंप्यूटर पर डाउनलोड कर पाएंगे। निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के मुताबिक ई-वोटर आईडी कार्ड को डिजिटल लॉकर में भी सुरक्षित रख पाना मुमकिन होगा। साथ ही डिजिटल फॉर्मेट में इसे प्रिंट भी किया जा सकेगा।
उल्लेखनीय है कि निर्वाचन आयोग ने वर्ष 1993 में वोटर आईडी कार्ड की शुरुआत की थी। यह दस्तावेज अब लोगों की पहचान और पते के लिए स्वीकार्य है।
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा है कि मौजूदा वक्त में वोटर आईडी की प्रिंटिंग और लोगों तक उसके पहुंचने में समय लगता है। वहीं, इस नई सुविधा की शुरुआत के बाद लोग आसानी से अपना मतदाता पहचान पत्र डाउनलोड कर पाएंगे। आज के समय में Aadhaar Card, PAN Card और ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़ी अधिकतर सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं।
जानें कब हुई थी तक चुनाव आयोग की स्थापना
निर्वाचन आयोग की स्थापना 25 जनवरी, 1950 को हुई थी, यानी देश के लोकतांत्रिक गणराज्य बनने से ठीक एक दिन पहले। वहीं, आयोग 2011 से अपने स्थापना दिवस को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मना रहा है। वोटर आईडी कार्ड की ई-कॉपी को दो चरण में डाउनलोड किया जा सकता है। 25 जनवरी से 31 जनवरी के बीच वोटर आईडी कार्ड के लिए अप्लाई करने वाले नये वोटर, जिन्होंने अपने मोबाइल नंबर फॉर्म-6 में रजिस्टर किए हैं, अपने मोबाइल नंबर के सत्यापन के जरिए e-EPIC डाउनलोड कर पाएंगे। यह मोबाइल नंबर यूनिक होना चाहिए और ECI के इलेक्टोरल रॉल के लिए पूर्व में रजिस्टर्ड नहीं होना चाहिए। इसके दूसरे चरण की शुरुआत एक फरवरी से होगी। इस चरण में सभी वोटर अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के साथ अपना इलेक्ट्रॉनिक वोटर आईडी डाउनलोड कर पाएंगे।
आप वोटर हेल्पलाइन ऐप और वोटर पोर्टल की मदद से मतदाता पहचान पत्र की पीडीएफ कॉपी डाउनलोड कर पाएंगे।