किसान आंदोलन को समाप्त करने के लिए औछे हथकंडे अपना रही भाजपा सरकार : ललित भड़ाना

ओबीसी प्रदेश चेयरमैन के नेतृत्व में सैकड़ों महिला-पुरूष हुए कांग्रेस में शामिल
फरीदाबाद, 30 जनवरी।
 हरियाणा कांग्रेस ओबीसी सैल के प्रदेश चेयरमैन ललित भड़ाना ने कहा है कि किसान आंदोलन को समाप्त करने के लिए भाजपा सरकार साम-दाम-दंड-भेद की नीति अपना रही है, लेकिन देश का किसान एकजुट है और कांग्रेस पार्टी किसानों की मांगों का पुरजोर समर्थन करती है और उनके इस संघर्ष में पूरी तरह से उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि अगर अन्नदाता किसान न होता तो भारत कृषि प्रधान देश न कहलाता इसलिए हमें तब तक इस लड़ाई को लडऩा है जब तक केंद्र सरकार तीनों काले कृषि कानूनों को वापिस ले लेती।  श्री भड़ाना शनिवार को जवाहर कालोनी साठ फुट रोड पर आयोजित एक कार्यक्रम के तहत उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान कांग्रेस की विचारधारा से प्रभावित होकर राजकुमार कुमार यादव के नेतृत्व में मूलचंद प्रजापति, पारस तिवारी, विनोद  राजपूत, संजय पहलवान, श्याम पहलवान, चंद्रशेखर, अमरजीत यादव, सतपाल भामला, लक्ष्मण गुप्ता, काले खां, उमेश यादव, अमित सिंह, समीर पंडित, आशीष गुप्ता, मंशा यादव, अंजलि यादव, बिन्दू, गुड्डी व गीता आदि महिला-पुरूषों ने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी का दामन थामा। इस दौरान श्री भड़ाना ने कांग्रेस में शामिल हुए सभी लोगों का आभार जताते हुए उन्हें पटका पहनाया और विश्वास दिलाया कि पार्टी में उन्हें पूरा मान सम्मान दिया जाएगा। ओबीसी चेयरमैन ललित भड़ाना ने गणतंत्र दिवस पर लालकिले पर हुई घटना पर दुख जताते हुए कहा कि यह सरकार व खुफिया एजेंसियां का फेलियर ही कहा जाएगा कि किसानों की आड़ में असामाजिक तत्व लालकिले तक पहुंच गए। उन्होंने कहा कि सरकार का सुरक्षा तंत्र पूरी तरह से फेल साबित हुआ है और अब सरकार देश की जनता के समक्ष अपनी फजीहत होने से बचाने के लिए इसकी खींझ किसानों पर उतार रही है, जो कि पूरी तरह से गलत है। श्री भड़ाना ने कहा कि जब देश का अन्नदाता इन तीनों ही कृषि कानूनों के खिलाफ है तो फिर सरकार को इन्हें रद्द करने में क्या परेशानी है, लेकिन भाजपा सरकार कुछ औद्योगिक घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए यह कानून लाई है, लेकिन इन कानूनों के लागू होने से देश का अन्नदाता पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों के इस आंदोलन में हर तरह से उनके साथ है और जब तक इन कानूनों को रद्द नहीं कर दिया जाता, तब तक कांग्रेस पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता देश के अन्नदाता की आवाज को बुलंद करता रहेगा।