नई दिल्ली, एजेंसियां/जेएनएन। देश में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। यही नहीं ज्यादा से ज्यादा मरीजों के ठीक होने का सिलसिला भी जारी है। टीकाकरण अभियान भी तेजी से चल रहा है। इससे सक्रिय मामलों यानी इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में भी गिरावट देखी जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि देश के 47 जिलों में कोरोना का एक भी नया केस दर्ज नहीं किया गया है जबकि 251 जिलों में बीते तीन हफ्ते से संक्रमण से एक भी व्यक्ति की जान नहीं गई है।
टीकाकरण अभियान ने पकड़ी रफ्तार
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने यह भी बताया कि देश में टीकाकरण अभियान तेजी से चल रहा है। देश में महज 19 दिनों में 44,49,552 लोगों को कोविड वैक्सीन लगाई गई है। यही नहीं भारत केवल 18 दिनों में 40 लाख कोविड-19 टीकाकरण करने वाला दुनिया का सबसे तेज देश बन गया है। कई अन्य देशों को ऐसा करने में 65 दिन लगाए थे। मालूम हो कि भारत में 16 जनवरी को कोरोना के खिलाफ राष्ट्रव्यापी कोविड रोधी टीकाकरण अभियान शुरू हुआ था।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण (Rajesh Bhushan) ने बताया कि देश में सक्रिय मामलों की संख्या अब सिर्फ 1,55,000 है। यह संक्रमण के कुल मामलों की महज 1.44 फीसद है। कोविड से अब तक 1,54,000 लोगों की जान गई है। देश में अभी तक 19,90,00,000 नमूनों की कोरोना जांच की गई है। मौजूदा वक्त में पॉजिटिविटी रेट 5.42 फीसद है। हालांकि केरल और महाराष्ट्र (Kerala and Maharashtra) में सक्रिय मामलों की संख्या अभी भी ज्यादा है। अकेले इन्हीं दोनों राज्यों में 70 फीसद सक्रिय मामले हैं।
24 घंटे में 3,10,604 लोगों का टीकाकरण
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बीते 24 घंटे में कुल 8,041 सत्रों में 3,10,604 लोगों का टीकाकरण हुआ है। देश में अब तक टीकाकरण के कुल 84,617 सत्र आयोजित किए गए हैं। महामारी से उबरने के नए मामलों में से 86.04 फीसद अकेले छह राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से हैं। महाराष्ट्र में बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा 7,030 लोगों ने महामारी से जंग जीत ली है। वहीं केरल में भी रिकवरी की दर अच्छी है और कुल 6,380 लोगों ने 24 घंटे में कोरोना को शिकस्त दी है। वहीं तमिलनाडु में 533 मरीज एक दिन में ठीक हुए हैं।
47 जिलों में कोरोना का एक भी नया केस नहीं
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश के 47 जिलों में बीते तीन हफ्ते में कोरोना का एक भी नया केस सामने नहीं आया है। देश में अब तक की दैनिक संक्रमण दर 1.82 फीसद है। देश में पिछले 19 दिन से दैनिक संक्रमण दर दो फीसद से नीचे बरकरार है। देश में कोरोना को मात देने वालों की कुल संख्या 1,04,80,455 हो गई है। देश में रिकवरी रेट बढ़कर 97.13 फीसद हो गई है। कोरोना से ठीक हो चुके लोगों की संख्या उपचाराधीन मरीजों की संख्या से 67.6 गुना ज्यादा है।
केरल में संक्रमण के सर्वाधिक नए केस
मौजूदा वक्त में केरल में संक्रमण के सर्वाधिक नए केस सामने आ रहे हैं। केरल में बीते 24 घंटे में 6,356 नए मामले सामने आए हैं। एक दिन में महाराष्ट्र में 2,992 जबकि तमिलनाडु में संक्रमण के 514 नए केस सामने आए हैं। महाराष्ट्र में बीते 24 घंटे में सर्वाधिक 30 लोगों की संक्रमण से जान गई है। केरल में 20 जबकि पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ में सात-सात लोगों की कोरोना से मौत हुई है। कोरोना से मौत के नए मामलों में से 71.03 फीसद मामले छह राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से हैं।
24 घंटे में संक्रमण के 12,899 और मामले मिले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि देश में 12,899 और मामले सामने आने से कोरोना संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1,07,90,183 हो गई। देश में 24 पिछले घंटे में 107 लोगों की मौत होने से संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,54,703 हो गई है। देश में अब तक 1,04,80,455 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं।
97.13 फीसद हुई रिकवरी रेट
ठीक होने की दर 97.13 फीसद और मृत्यु दर 1.43 फीसद हो गई है।आइसीएमआर के अनुसार 3 फरवरी तक देश में 19,92,16019 नमूनों की जांच की जा चुकी है। अकेले बुधवार को 7,42,841 नमूनों की जांच की गई। उल्लेखनीय है देश में कोरोना संक्रमितों का 20 लाख का आंकड़ा बीते 7 अगस्त को पार हुआ था जबकि 50 लाख का आंकड़ा 16 सितंबर को पार हुआ। वहीं एक करोड़ का आंकड़ा 19 दिसंबर को पार हुआ।
देश का हर पांचवा व्यक्ति हो चुका है कोरोना का शिकार
पिछले साल के अंत तक देश का हर पांचवा व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हो चुका था। कोरोना संक्रमण की स्थिति जानने के लिए किए गए तीसरे सीरो सर्वे से यह खुलासा हुआ है। इससे यह भी पता चला है कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं कोरोना से ज्यादा संक्रमित हुई हैं। सर्वे में 10 से 17 साल के बीच का हर चौथा बच्चा कोरोना से संक्रमित मिला। यही स्थिति हेल्थकेयर वर्कर्स की भी रही। जबकि सितंबर के अंत में किए गए दूसरे सीरो सर्वे में लगभग सात फीसद आबादी में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई थी।
शहरी इलाकों में संक्रमण की दर ज्यादा
17 दिसंबर से आठ जनवरी तक किए गए तीसरे सीरो सर्वे के नतीजों की जानकारी देते हुए आइसीएमआर के महानिदेशक डाक्टर बलराम भार्गव ने कहा कि देश में 18 साल या उससे अधिक उम्र के 21.4 फीसद लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी इलाकों में संक्रमण की दर ज्यादा रही है। शहरी मलिन बस्तियों में 31.7 फीसद और सामान्य शहरी इलाकों में 26.2 फीसद लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए। वहीं ग्रामीण इलाकों में केवल 19.1 फीसद लोगों में ही कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई।
महिलाओं में ज्यादा पाई गई संक्रमण की दर
तीसरा सीरो सर्वे उन्हीं जिलों और स्थानों पर किया गया जहां, पहले दो सीरो सर्वे हुए थे। 21 राज्यों के 70 जिलों में स्थित 700 गांवों व मुहल्लों में 28,589 लोगों के खून के नमूनों में कोरोना वायरस के एंटीबॉडी की जांच की गई। सामान्य धारणा यह थी कि घर से बाहर काम करने वाले पुरुषों और खासकर कामकाजी युवाओं को कोरोना का खतरा अधिक है लेकिन सर्वे ने इस धारणा को गलत साबित कर दिया। महिलाओं में संक्रमण की दर 22.7 फीसद पाई गई, वहां पुरुषों में यह 20.3 फीसद पाई गई।
बच्चों में ज्यादा रहा संक्रमण
18 से 44 साल के बीच विशेष रूप से कामकाजी युवाओं से कहीं ज्यादा संक्रमण 10 से 17 साल के बच्चों और 45 साल से अधिक उम्र के लोगों में मिला। 18 से 44 साल उम्र के लोगों में संक्रमण की दर 19.9 फीसद रही, वहीं 45 से 60 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों में संक्रमण की दर 23.4 फीसद थी। 25.3 फीसद के साथ कोरोना के संक्रमण के सबसे अधिक शिकार 10 से 17 साल के बच्चे रहे।
पहली बार हेल्थकेयर वर्कर्स के नमूनों की जांच
तीसरे सीरो सर्वे में पहली बार हेल्थकेयर वर्कर्स के नमूनों की भी जांच की गई। 7,171 हेल्थकेयर वर्कर्स के नमूनों में 25.7 फीसद में कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। इसमें 26.6 फीसद के साथ डाक्टर्स और नर्स सबसे आगे रहे। वहीं पैरामेडिकल स्टाफ में 25.4 और अस्पतालों में तैनात फील्ड स्टाफ में 25.3 फीसद में कोरोना का संक्रमण पाया गया। अस्पताल में प्रशासनिक काम करने वाले 24.9 फीसद कोरोना से संक्रमित मिले।