फरीदाबाद। केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा पारित किए गए तीन कृषि विधेयकों को लेकर देशभर में चल रहे किसान आंदोलन को हरियाणा में मजबूती देने के उद्देश्य से कांग्रेस पार्टी द्वारा जिलास्तर पर पर्यवेक्षकों की नियुक्तियां की गई है। इसी कड़ी में हरियाणा कांग्र्रेस ओबीसी सैल के प्रदेश चेयरमैन एवं एनआईटी विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ललित भड़ाना को नूंह जिले का पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। जिलास्तर पर नियुक्ति किए गए पर्यवेक्षक अपने-अपने जिलों में किसानों को एकजुट करके उनके इस आंदोलन को मजबूती प्रदान करके इसे सफल बनाने का काम करेंगे। अपनी नियुक्ति पर ललित भड़ाना ने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल, प्रदेश अध्यक्षा कुमारी सैलजा व पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं विधायक श्रीमती किरण चौधरी का आभार जताते हुए कहा कि पार्टी ने जो जिम्मेवारी उन्हें सौंपी है, उसे वह पूरी निष्ठा व ईमानदारी से निभाते हुए किसानों की आवाज बुलंद करने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही नूंह में जाकर किसान आंदोलन को लेकर एक बैठक करेेंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों में तानाशाही रवैया अपनाते हुए जो कृषि विधेयक थोपे है, वह पूरी तरह से गलत है और किसान विरोधी है और कांग्रेस पार्टी इन विधेयकों का पुरजोर विरोध करती है। उन्होंने कहा कि पिछले करीब तीन महीनों से जारी किसान आंदोलन में 100 से ज्यादा किसान अपनी जान गंवा चुके है, लेकिन भाजपा सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है, वह अडानी-अंबानी के हाथों की कठपुतली बनकर किसानों के हकों को दबाने का काम कर रही है। श्री भड़ाना ने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों के इस संघर्ष में पूरी तरह से उनके साथ है और इस आंदोलन में सफल बनाने के लिए कांग्रेस का प्रत्येक कार्यकर्ता अपनी जिम्मेवारी निभाएगा और जब तक सरकार इन काले विधेयकों को वापिस नहीं लेती, तब तक चैन से नहीं बैठेगा।