एयरपोर्ट से पैतृक गांव ले जाने के क्रम में जगह-जगह दी गयी अंतिम विदाई

भारतीय सीमा पर तैनात शहीद अभिषेक को अश्रुपूर्ण नेत्रों से दी गयी अंतिम विदाई

रांची। लद्दाख में भारतीय सीमा पर शहीद हुए राची जिले के चान्हो प्रखंड स्थित चोरया गांव निवासी शहीद अभिषेक कुमार साहू को बुधवार को अंतिम विदाई दी गई। अभिषेक कुमार का पार्थिव शरीर बुधवार सुबह रांची के चान्हो पहुंचा। यहां अंतिम दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। स्थानीय लोगों ने देशभक्ति के नारे लागए। जब तक सूरज चांद रहेगा, अभिषेक तेरा नाम रहेगा के नारे से पूरा इलाका गूंज उठा। भारतीय सीमा पर शहीद अभिषेक कुमार साहू का पार्थिव शरीर एयरपोर्ट से सेना के खुले वाहन से पैतृक गांव के लिए निकला, तो रास्ते में जगह-जगह विभिन्न सामाजिक तथा  राजनैतिक दलों के नेताओं-कार्यकर्त्ताओं द्वारा अश्रुपूरित नयनों से श्रद्धांजलि दी गई। सबों ने वीर शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प मालाओं से तथा रामनामी दुपट्टों से स्वागत किया एवं सभी के हाथों में तिरंगा झंडा लहरा रहे थे। शहीद अभिषेक कुमार साहू का पार्थिव शरीर जैसे ही पैतृक गांव पहुंचा, तो ग्रामीणों ने हाथ में तिरंगा लेकर उनका सम्मान किया। शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। ग्रामीणों ने हाथ में तिरंगा लेकर उनका सम्मान किया। साथ ही लोगों ने नारा लगाया कि जब तक सूरज चांद रहेगा, अभिषेक तेरा नाम रहेगा। वहीं, शहीद अभिषेक के पार्थिव शरीर को मांडर के सोसई आश्रम कॉलेज गेट के पास रिसीव किया गया।
इससे पूर्व शहीद का पार्थिव शरीर मंगलवार देर शाम रांची एयरपोर्ट पहुंचा, जहां राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, राज्य के मंत्री चंपई सोरेन समेत सेना और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। रात्रि में शहीद जवान के पार्थिव शरीर को सेना के शिविर में रखा गया और आज पैतृक गांव में अंत्येष्टि की गयी।  गौरतलब है कि चान्हो के रहने वाले अभिषेक सेना की टुकड़ी के साथ लद्दाख में तैनात थे।