विवि में लंबित नियुक्ति व शिक्षकों की प्रोन्नति का शीघ्र निष्पादन हो : राज्यपाल

रांची। राज्यपाल-सह-झारखंड राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति   द्रौपदी ने कहा कि राज्य के विश्वविद्यालयों में लंबित नियुक्ति के साथ शिक्षकों की प्रोन्नति का शीघ्र निष्पादन हो। इस के लिए विश्विद्यालय और झारखण्ड लोक सेवा आयोग तत्परता एवं सहयोगात्मक भावना के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) की गंभीर परिस्थितियों को ध्यान में रखकर राज्य के विश्वविद्यालयों- महाविद्यालयों में कार्यरत घंटी आधारित शिक्षकों को एक नियत सम्मानजनक राशि देने का प्रावधान किया जाय। राज्यपाल गुरुवार को राज्य के विश्वविद्यालयों की शैक्षणिक एवं प्रशासनिक गतिविधियों की विडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा कर रही थी। उक्त बैठक में झारखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष   अमिताभ चौधरी, राज्यपाल के प्रधान सचिव तथा प्रधान सचिव, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा शैलेश कुमार सिंह, रांची विश्वविद्यालय, विनोबा भावे विश्वविद्यालय, सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय, नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय, कोल्हान विश्वविद्यालय, विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय, झारखंड तकनीकी विश्वविद्यालय, झारखण्ड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के कुलपति मौजूद थे। राज्यपाल  ने नवनियुक्त झरखण्ड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष  अमिताभ चौधरी से कहा कि आपने जिस प्रकार पुलिस सेवा में अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित की औऱ बीसीसीआई एवं  जेसीए में अपनो कर्मों से लोगों की सराहना के पात्र बने हैं, उसी प्रकार झरखण्ड लोक सेवा आयोग में अपने कर्मों से विशिष्ट पहचान स्थापित करें। युवाओं को आपसे अत्यन्त अपेक्षाएँ हैं। राज्य में रिक्तियों और प्रोन्नति कार्य को द्रुत गति दें। राज्यपाल ने राज्य सरकार द्वारा संचालित तकनीकी संस्थानों के रिक्त पदों को अत्यन्त गंभीरता से लेते हुए शीघ्र नियुक्ति की आवश्यकता बताई। झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय में नियमित पदों पर शीघ्र नियुक्ति के लिए  रोस्टर क्लियरेंस कर शीघ्र झारखण्ड लोक सेवा आयोग को भेजने हेतु कहा गया। जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के लिये कुलपति, कुलसचिव तथा अन्य पदों के सृजन की भी चर्चा की गई। राज्यपाल ने सभी विश्वविद्यालयों की शैक्षणिक कैलेंडर की समीक्षा करते हुए सभी कुलपतियों से राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में एक ही पाठयक्रम, एक समय में परीक्षा, एक समय में परीक्षा परिणाम की पद्धति लागू करने पर सुझाव प्राप्त किया गया। राज्यपाल महोदया ने विभिन्न विश्वविद्यालयों के जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग द्वारा संचालित विषयों की जानकारी और शिक्षा की स्थिति के संदर्भ में भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सभी विश्वविद्यालयों से इनफॉरमेशन एंड लाइब्रेरी नेटवर्क के उपयोग पर भी चर्चा की। उन्होंने नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय के भवन निर्माण की धीमी गति पर चिन्ता प्रकट की। राज्यपाल  ने सेवानिवृत्त शिक्षकों-कर्मियों के सेवानिवृत्ति लाभ औऱ पेंशन की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी को ससमय सेवानिवृत्ति लाभ और पेंशन मिले, इसके लिये सभी विश्वविद्यालय सदा तत्पर रहें। उन्होंने सभी विश्वविद्यालयों को महालेखाकार कार्यालय द्वारा वित्तीय अंकेक्षण शीघ्र ही अद्यतन कराने के लिए कहा गया है।