नवरात्रों के दूसरे दिन वैष्णोदेवी मंदिर में हुई मां ब्रह्मचारिणी की भव्य पूजा, श्रद्धालुओं ने मांगी मुराद

नवरात्रों के दूसरे दिन वैष्णोदेवी मंदिर में हुई मां ब्रह्मचारिणी की भव्य पूजा, श्रद्धालुओं ने मांगी मुराद

फरीदाबाद।

श्री महारानी वैष्णोदेवी मंदिर तिकोना पार्क में नवरात्रों के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की भव्य पूजा अर्चना की गई। प्रातकालीन आरती एवं हवन का शुभारंभ मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने किया। इस अवसर पर मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगना आरंभ हो गया और भक्तों ने मां ब्रह्मचारिणी की भव्य पूजा में हिस्सा लिया तथा अपने मन की मुराद मांगी। इस अवसर पर मंदिर में केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के सचिव कौशल बाटला ने मां ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना में हिस्सा लिया. इस धार्मिक आयोजन में श्री बाटला के अलावा आनंद मल्होत्रा,दिनेश खत्री, फकीरचंद कथूरिया तथा सीमा जी ने भी मां का आशीर्वाद ग्रहण किया.
मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने सभी भक्तों को नवरात्रों की शुभकामनाएं दी तथा आए हुए अतिथियों को माता की चुनरी भेंट की। मां ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना के उपरांत श्री भाटिया ने भक्तों को बताया कि माता ब्रह्मचारिणी ने अपने इस रूप में फल-फूल के आहार से 1000 साल व्यतीत किए और धरती पर सोते समय पत्तेदार सब्जियों के आहार में अगले 100 साल और बिताए। जब माँ ने भगवान शिव की उपासना की तब उन्होने 3000 वर्षों तक केवल बिल्व के पत्तों का आहार किया। अपनी तपस्या को और कठिन करते हुए, माँ ने बिल्व पत्र खाना भी छोड़ दिया और बिना किसी भोजन और जल के अपनी तपस्या जारी रखी, माता के इस रूप को अपर्णा के नाम से जाना गया।

मां ब्रह्मचारिणी हमेशा नंगे पैर ही रहती है.माँ दाहिने हाथ में जप माला और बाएं हाथ में कमंडल धारण किए हुए हैं। मां के सभी भाग्य का प्रदाता मंगल ग्रह है । माँ का प्रिय भोग चीनी से बने मीठे पदार्थ है तथा उन्हें संतरी रंग अति प्रिय है. प्रधान श्री भाटिया ने कहा कि मातारानी की कृपा हमेशा आप पर और आपके परिवार पर बनी रहे